Bhojan Recipe

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Saturday 25 March 2017

आंवला मुरब्बा - Amla Murabba - Amla Murabba Banane ki vidhi

गर्मियों के मौसम में विशेषकर सेहत के लिए लाभकारी आंवला मुरब्बा की बेहद आसान रेसिपी. 
Read -https://swadistbhojanbnaye.blogspot.in/p/special-food-of-summer-this-amla.html

आवश्यक सामग्री - Ingredients for Amla Murabba

  • आंवला- 1 किलोग्राम
  • चीनी- 1.5 किलोग्राम
  • इलाइची- 10 से 11
  • काला नमक- 1 छोटी चम्मच
  • काली मिर्च पाउडर- ½ छोटी चम्मच (आप चाहे तो)

विधि - How to make Amla Murabba

इलाइची को छीलकर कूटनी से कूटकर पाउडर बना लीजिए.
आंवले गोदिए
आंवलों को 2 से 3 बार पानी से अच्छे से धो लीजिए और पानी में डालकर 1 दिन तक रख दीजिए. बाद में, इनमें से अतिरिक्त पानी निकालकर धोकर अच्छे से पानी सुखाकर आंवले ले लीजिए. एक आंवला उठाइए और इसको जगह-जगह फॉर्क (कांटे) से इस तरह गोदिए कि फॉर्क थोड़ा अंदर तक जाए. सारे आंवले इसी तरह गोदकर तैयार कर लीजिए. फॉर्क करते समय सावधानी बरते कि फॉर्क फिसलकर आपके हाथ में ना लग जाए.
आंवले उबालिए
किसी बर्तन में इतना पानी ले लीजिए कि उसमें आंवले पूरी तरह डूब जाएं. बर्तन को ढककर गैस पर पानी उबलने रख दीजिए. पानी में उबाल आने पर इसमें आंवले डाल दीजिए और पानी में फिर से उबाल आने के 2 मिनिट बाद तक आंवलों पकने दीजिए. उसके बाद, गैस बंद कर दीजिए और आंवलों को ढककर 5 मिनिट उसी पानी में रहने दीजिए ताकि ये नरम हो जाएं. 5 मिनिट बाद, इन्हें पानी से निकाल लीजिए.
मुरब्बा बनाइए
कढ़ाही में चीनी, आंवले और आधा कप पानी डाल दीजिए. आंच धीमी रखिए ताकि चीनी धीरे-धीरे पिघले. अगर तेज आग कर दी जाए, तो चीनी नीचे से जलने लगती है. आंवलों को चीनी में मिक्स कर दीजिए और थोड़ी-थोड़ी देर में चीनी को चलाते हुए इसे 25 मिनिट तक पकाते रहिए.
चाशनी के गाढ़े होने पर इसकी कन्सिस्टेन्सी चैक कर लीजिए. थोड़ी सी चाशनी की बूंदे प्याली में गिराइए और इसके हल्का ठंडा होने के बाद, उंगली और अंगूठे के बीच चिपकाकर देखिए, चाशनी में अच्छा तार बन रहा हो, तो चाशनी सही गाढ़ी है. मुरब्बा बनकर तैयार है.
आंवलों को कढ़ाही से निकालकर कांच के बर्तन में डाल दीजिए लेकिन चाशनी को थोड़ा ठंडा होने के बाद ही कांच के बर्तन में डालिए. उसके बाद, इसमें मसाले- काला नमक, काली मिर्च पाउडर और इलाइची पाउडर डाल दीजिए. आंवले का मुरब्बा तैयार हो गया है, लेकिन इसे हम 2 से 3 दिन बाद चैक करेंगे.
3 दिन बाद,आंवले पूरी तरह से चाशनी में डूब गए हैं. इनके अंदर तक चाशनी भर गई है, अच्छे मीठे आंवले तैयार है. चाशनी को भी चैक कर लीजिए. चाशनी आंवले के रस निकलने के कारण पतली हो गई है. यह शहद की तरीके से चिपक रही है यानिकि सही कन्सिस्टेन्सी में आ गई है, आंवले का मुरब्बा बनकर तैयार है.
आंवले का मुरब्बा खाने के लिए तैयार है और यह बहुत जल्दी भी बन जाता है. पारंपरिक तौर पर आंवले का मुरब्बा फिटकरी या चूने के पानी में आंवलों को 2 दिन तक भिगोकर बनाया जाता है, लेकिन आप ऊपर दी गई विधि के अनुसार भी आंवले का मुरब्बा बना सकते हैं, यह उतना ही स्वादिष्ट लगता है. आंवला मुरब्बा को किसी कांच या फूड ग्रेड प्लास्टिक के कन्टेनर में भरकर रख लीजिए और पूरे एक साल या इससे भी लंबी अवधि तक मुरब्बे का सेवन कीजिए.
सुझाव
  • आंवले के मुरब्बे के लिए बड़े आकार और हल्के से पके आंवले लें. पके आंवलों की पहचान है कि ये बिल्कुल हरे नही होते, इनमें हल्का सा ब्राउन रंग भी होता है. इनका कसैलापन कुछ कम होता है. पका आंवला दिसम्बर माह से मार्केट में उपलब्ध होने लगता है. 
  • चाशनी बनाने की जगह आंवलों में चीनी मिलाकर रख दीजिए, 4 से 5 घंटे बाद आंवले से जूस बाहर आने से चीनी की चाशनी अपने आप बनने लगती है. 
  • अगर चाशनी में पानी ज्यादा डाल लें, तो चाशनी को गाढ़ा करने में अधिक समय लगेगा. इसलिए पानी नापकर डालें.
  • आंवला मुरब्बा को स्टील के बर्तन में पका सकते हैं लेकिन बहुत दिन के लिए छोड़ नही सकते.
  • लोहे और अल्यूमीनियम के बर्तन में भूलकर भी मुरब्बा न बनाएं क्योंकि उसमें मुरब्बा खराब हो जाता है. 
  • अगर 3 दिन बाद, चाशनी पतली हो, शहद की तरह नही चिपक रही होती, तो मुरब्बा को किसी भी बर्तन में डालकर फिर से थोड़ा गाढ़ा होने तक पका लें. 
  • अगर चाशनी बहुत ज्यादा गाढ़ी हो, तो मुरब्बा जमा हुआ सा लगता है. इस स्थिति में 1 से 2 टेबल स्पून पानी उबाल करके मुरब्बे में मिला दीजिए.
  • चाशनी ज्यादा पतली या गाढ़ी नही होनी चाहिए. पतली चाशनी होगी, तो मुरब्बा जल्दी खराब हो जाएगा और चाशनी अधिक गाढ़ी होने पर मुरब्बा जमा-जमा सा लगेगा. 
  • कन्टेनर से मुरब्बा निकालने के लिए हमेशा साफ और सूखी चम्मच का उपयोग करें.

Friday 13 January 2017

तिल मावा बाटी - Til Gud Bati Recipe - Tilkut Gud Mawa Bati

मकर संक्राति पर तिल के व्यंजन बनाकर खाये जाते है, जैसे तिल के लड्डू, तिल की टिक्की, तिल कुटा इत्यादि. आपको तिल मावा बाटी भी बहुत पसन्द आयेंगी.

Read : http://swadistbhojanbnaye.blogspot.in/p/til-mawa-bati-recipe.html


आवश्यक सामग्री - Ingredients for Til Mawa Bati

  • तिल- 2 कप (250 ग्राम)
  • मावा- 1 कप (250 ग्राम)
  • गुड़- 1 कप (250 ग्राम)
  • घी- 2 टेबल स्पून
  • बादाम- 15 से 20
  • इलाइची पाउडर- 1 छोटी चम्मच

विधि - How to make Tilkut Gud Mawa Bati

तिल भूनिए
तिल मावा बाटी बनाने के लिए सबसे पहले तिल भूनकर तैयार कर लीजिए. तिल भूनने के लिए, गैस जलाकर कढ़ाई गरम कर लीजिए. गरम कढ़ाई में तिल डाल दीजिए और लगातार चलाते हुए तिल का रंग बदलने और फूलने तक भून लीजिए. तिलों का रंग हल्का बदलते और फूले-फूले दिखते ही गैस बंद कर दीजिए. तिल भुनकर तैयार हैं, इन्हें एक प्याले में निकाल लीजिए और थोड़ा ठंडा होने दीजिए.
मावा भूनिए
जब तक तिल ठंडे हो रहे हैं, तब तक मावा भूनकर तैयार कर लीजिए. गरम कढ़ाई में मावा क्रम्बल करके डाल दीजिए. मावा को लगातार चलाते हुए तब तक भूनिए जब तक कि इसका रंग न बदल जाए. मावा का हल्का रंग बदल गया है और अच्छी खुश्बू आ रही है, मावा भुन गया है. इसे एक प्लेट में निकाल लीजिए.
गुड़ पिघलाइए
इसके बाद, गुड़ पिघला लीजिए. उसी कढ़ाई में एक छोटी चम्मच घी डाल दीजिए और इसे पिघला लीजिए, आंच धीमी रखिए. घी के पिघलते ही, कढ़ाई में गुड़ डाल दीजिए और धीमी आंच पर गुड़ को पिघलने दीजिए. बीच-बीच़ में इसे चला लीजिए. गुड़ कढ़ाई में लगना नही चाहिए. इस बात का विशेष ध्यान रखें
तिल पीसिए
जब तक गुड़ अच्छे से पिघले, तब तक तिल पीस लीजिए. एक प्याले में 2 चमचे साबुत तिल अलग रखकर बाकी पीस लीजिए. तिल को मिक्सर जार में डालिए और हल्का दरदरा पीस लीजिए.

गुड़ में तिल मिक्स कीजिए
थोड़ी ही देर बाद, गुड़ के पिघलने और इसमें अच्छे से उबाल आने के बाद, गैस बंद कर दीजिए. गुड़ में दरदरे पिसे तिल डालकर मिक्स कर दीजिए. फिर, इसमें इलाइची पाउडर भी डाल दीजिए और सभी सामग्री को अच्छे से मिला लीजिए. तिल और गुड़ का मिश्रण तैय़ार है, इसे एक प्याले में निकाल लीजिए और मिश्रण को हल्का सा ठंडा होने दीजिए.
इसी दौरान, गार्निशिंग के लिए बादाम को 2 टुकड़ों में आधा-आधा काट लीजिए.
मावा मिलाइए
मिश्रण के हल्के ठंडे होने के बाद, इसमें मावा डाल दीजिए. मावा को मिश्रण में अच्छे से मिलने तक मिक्स कर लीजिए. मिश्रण तैयार है, अभी हल्का गरम है, बाटी बनाना शुरू कर दीजिए. क्योंकि ठंडा होने के बाद बाटी बनाना मुश्किल होता है, मिश्रण बिखरने लगता है.
बाटी बनाइए
बाटी बनाने के लिए थोड़ा सा मिश्रण हाथ में लेकर गोल कर लीजिए. इसे गोल करके हाथ से दबा-दबा कर बाइन्ड कर लीजिए. फिर, इसे पेड़े जैसा यानिकि बाटी का आकार दे दीजिए और साबुत तिल में लपेट लीजिए. इसके बाद, एक बादाम उठाइए और बाटी के बीच में लगाकर हल्का सा दबाते हुए बाटी के अंदर सैट कर दीजिए. इसी तरह से सारी मावा बाटी बनाकर तैयार कर लीजिए.
तिल मावा बाटी बनकर तैयार है, बाटी को ठंडा होने के बाद, किसी भी कन्टेनर में भरकर रख दीजिए और 8 से 10 दिनों तक इनके स्वाद का लुत्फ उठाइए.
सुझाव
  • तिलों को ज्यादा न भूनें वरना वे कड़वे हो जाते है.
  • गुड़ तिल के मिश्रण में जब मावा मिला रहे हैं, तो देख लें कि मिश्रण बहुत ज्यादा गरम न हो और एकदम ठंडा भी न हो. मावा को हल्के गरम रहने पर ही मिलाइए, अच्छे से मिलाने के बाद बाटी बनाकर तैयार कीजिए.
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Saturday 7 January 2017

मटर को महीनों तक स्टोर करें - How To Store Green Peas - How to Preserve Green Peas

मटर की सब्जी का स्वाद हर किसी को पसन्द आता है. हरी मटर में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट पर्याप्त मात्रा में पाये जाते हैं, हरी मटर में B ग्रुप के विटामिन काफी मात्रा में पाये जाते हैं, विटामिन, मिनरल और फाइबर इत्यादि प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं.
हरी मटर का मौसम नवम्बर से शुरू हो जाता है, मार्च के अन्त तक बाजार में हरी मटर खूब मिलती है. आप इस मौसम में मिलने वाले ताजे हरे मटर को प्रिजर्व करके फ्रीजर में रख सकते हैं.

आवश्यक सामग्री - Ingredients for How to Preserve Green Peas

  • हरी मटर के दाने- 700 ग्राम
  • चीनी- 2 छोटी चम्मच 

विधि- How To Store Green Peas

मटर को प्रिजर्व करने के लिये हरे ताजे मटर के दाने चाहिये.  मटर प्रिजर्व करने के लिये हमेशा नरम एवं अच्छी क्वालिटी की ही मटर लें.
मटर के दानो को पानी से अच्छी तरह 2 बार धोइये और अतिरिक्त पानी हटा दीजिये.
किसी बर्तन में इतना पानी भर कर उबलने रखिये कि मटर उसमें डूब सके, पानी में उबाल आने पर, इसमें चीनी डाल दीजिए. इसके बाद, मटर के दाने उबलते पानी में डालिये और घड़ी से देखकर पूरे 2 मिनिट पानी में रहने दीजिये. समय समाप्त होने पर आग बन्द कर दीजिये.  मटर को छलनी में डालिये और अतिरिक्त पानी निकाल दीजिये.
दूसरे बर्तन में एकदम ठंडा पानी लीजिये और छलनी में निकाले गये मटर के दाने ठंडे पानी में डालिये. मटर के ठंडा होने के बाद, मटर को छलनी में डालकर अतिरिक्त पानी हटा दीजिये. मटर के दाने छोटे छोटे जिप लॉक पोलीथिन बैग में भर लीजिये.  मटर भरे बैग अपने फ्रीजर में रख दीजिये.
इस तरह प्रिजर्व करके रखी हुई हरी मटर ताजे मटर की तरह ही लगती है. प्रिजर्व मटर आपके फ्रीजर में है, जब मन हो मटर निकालिये और सब्जी बना लीजिये.
सुझाव
  • एक बैग में सिर्फ एक बार उपयोग की जाने लायक मटर प्रिजर्व करना अधिक सुविधा जनक रहता है.
  • चीनी का उपयोग मटर में मिठास और अच्छा हरा रंग लाने के लिए किया गया है.
  • मटर को उबलते पानी में डालने के बाद बस 2 मिनिट ही रखें. इससे कम या अधिक समय तक न रखें.
  • आप फ्रिज का एकदम ठंडा पानी ले सकते हैं या फिर सादे पानी में बर्फ भी डाल सकते हैं.
  • आप मटर प्रिजर्व करने के लिए पैकेट्स की जगह कन्टेनर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन पैकेट्स फ्रीजर में लगाना आसान है और ये कम जगह में भी बन जाते हैं.
  • आप सादा पॉलीथीन बैग लेकर  टेप से बन्द कर सकते हैं या रबर बैन्ड लगाकर भी बन्द कर सकते हैं.
  • मटर की ही तरह से आप ब्रोकली, बीन्स आदि भी प्रिजर्व कर सकते हैं.

Friday 6 January 2017

आलू ब्रेड बोंडा - Bread Aloo Bonda Recipe - Bread Batata Vada Recipe

ब्रेड में आलू की स्पाइसी स्टफिंग भरे और बेसन लपेट कर बनाये गर्मागर्म आलू ब्रेड बोंडा चटनी या सॉस के साथ परोसिये. इन्हें नाश्ते में या किसी भी खास अवसर पर बनाया जा सकता है.

Read; http://swadistbhojanbnaye.blogspot.in/p/bread-aloo-bonda-recipe-bread-batata.html

आवश्यक सामग्री - Ingredients for Bread Batata Vada

  • ब्रेड - 10
  • बेसन - 1.5 कप (200 ग्राम)
  • अजवायन - 1/2 छोटी चम्मच
  • नमक - 1/2 छोटी चम्मच
  • लाल मिर्च पाउडर - 1/4 -1/2 छोटी चम्मच
  • तेल - तलने के लिए
स्टफिंग के लिये
  • आलू - 4 (300 ग्राम) (उबाले हुए)
  • हरा धनिया - 2-3 टेबल स्पून (बारीक कटा हुआ)
  • हरी मिर्च - 2 -3 (बारीक कटी हुई)
  • अदरक - 1 इंच (बारीक कटा हुआ)
  • लाल मिर्च पाउडर - 1/2 छोटी चम्मच
  • अमचूर पाउडर - ½ छोटी चम्मच
  • नमक - 1/2 छोटी चम्मच
  • गरम मसाला - ¼ छोटी चम्मच से कम
  • धनिया पाउडर - 1 छोटी चम्मच
  • अजवायन - ¼ छोटी चम्मच

विधि - How to make Bread Aloo Bonda Recipe

आलू ब्रेड बोंडा बनाने के लिए सबसे पहले बेसन को घोल कर तैयार कर लीजिए. इसके लिए एक बड़े प्याले में बेसन निकाल लीजिए और बेसन में थोडा़-थोडा़ पानी डालते हुए पतला पकोड़े के लिये जिस तरह का घोल बनाते, उससे थोड़ा सा पतला घोल बना लीजिए. इस घोल को चमचे से चलाते हुये 2-3 मिनिट अच्छी तरह फैट लीजिए. इसमें नमक, अजवायन, चम्मच लाल मिर्च डालकर अच्छे से मिला दीजिए.
अब आलू की स्टफिंग तैयार कीजिए. उबले हुए आलूओं को छीलकर अच्छे से मैश कर लीजिए. और नमक, अमचूर पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, बारीक कटा हुआ अदरक, गरम मसाला, धनिया पाउडर, बारीक कटी हुई हरी मिर्च और थोडा़ सा हरा धनिया डालकर सभी चिजों को अच्छे से मिक्स होने तक मिला लीजिए.
ब्रेड के किनारे चाकू की सहायता से काट कर अलग कर दीजिये. सारे ब्रेड इसी तरह तैयार कर लीजिये.
आलू की स्टफिंग को दस भागों में बांठ कर छोटे-छोटे गोले तैयार कर लीजिए.
एक प्लेट में थोडा़ सा पानी ले लीजिए और एक ब्रेड को पानी में डुबाकर तुरन्त निकाल लीजिये, पानी में भीगी हुई ब्रेड को हथेली पर रखिये, दूसरी हथेली से दबा कर, ब्रेड का पानी निकाल दीजिये, अब इसके ऊपर एक आलू का गोला जो आपने पहले से तैयार किये हैं रखिये और ब्रैड को मोड़ दीजिये और चारों ओर से अच्छी तरह आलू के गोले को बन्द कर दीजिये. इस तरह सारे आलू के गोले एक-एक ब्रेड में डाल कर, गोले बनाकर तैयार करके प्लेट में लगाकर रख लीजिये.
कढ़ाई में तेल डालकर गरम कीजिये, तेल के अच्छा गरम होने पर, एक गोला उठाइये और बेसन में डुबोकर अच्छे से लपेटते हुए, गरम तेल में डालिये, एक बार 2-3 या जितने गोले कढ़ाई में आ जाय डाल दीजिये और कलछी से पलट पलट कर, अच्छे गोलडन ब्राउन होने तक तलिये. तले हुये आलू ब्रेड बोंडा को निकाल कर, प्लेट में बिछे नैपकिन पर रखिये. सारे बोंडा इसी तरह से तल कर तैयार कर लीजिये.
गरमा गरम आलू ब्रेड बोंडा को टमैटो सॉस या हरे धनिये की चटनी या मीठी चटनी के साथ परोसिये और खाइये.
सुझाव:
  • आलू के गोले को ब्रेड के अन्दर अच्छी तरह से बन्द कर दीजिये. तेल के अच्छा गरम होने पर ही ब्रेड गोले को बेसन में अच्छी तरह लपेट कर डालिये.
  • 10 ब्रेड बोन्डा
  • समय - 40 मिनिट

Monday 2 January 2017

दाल भरी खस्ता कचौरी - Khasta Kachori Recipe


दाल भरी नर्म खस्ता कुरकुरी कचौरी, हम इसे किसी भी त्यौहार और अवसर पर बना सकते हैं. इसकी शैल्फ लाइफ भी अधिक होती है. इसे बनाकर हम एक सप्ताह तक प्रयोग कर सकते हैं.

read in english:http://swadistbhojanbnaye.blogspot.in/p/khasta-kachori-recipe-crispy-dal-bhari.html

आवश्यक स‌ामग्री - Ingredients for Dal bhari khasta Kachori

  • मैदा - 2 कप (250 ग्राम)
  • घी - 1/3 कप (75 ग्राम)
  • उड़द की दाल - ¼ कप (50 ग्राम) (भीगी हुई)
  • सौंफ़ पाउडर - 1 छोटी चम्मच
  • धनिया पाउडर - 1 छोटी चम्मच
  • जीरा पाउडर - आधा छोटी चम्मच
  • हींग - 1 पिंच
  • अदरक पाउडर - ¼ छोटी चम्मच
  • अमचूर पाउडर - आधा छोटी चम्मच
  • गरम मसाला - ¼ छोटी चम्मच
  • बेकिंग स‌ोडा - ¼ छोटी चम्मच से कम
  • नमक - 1 छोटी चम्मच या स्वादानुसार
  • तेल - तलने के लिए

विधि - How to make Crispy Kachori Stuffed with urad dal

उड़द की दाल को धोकर 2 घंटे के लिए भिगो कर रख दीजिए. इसके बाद दाल से अतिरिक्त पानी हटा के भीगी हुई दाल को मिक्सर में दरदरा पीस लीजिए (दाल को पीस‌ने के लिए पानी का उपयोग न करें). पीसी हुई दाल को प्याले में निकाल लीजिए.
किसी बड़े प्याले में मैदा निकाल लीजिए, मैदा में आधा छोटी चम्मच नमक और घी डाल कर अच्छे स‌े मिला दीजिए और थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए एकदम नरम आटा गूंथ कर तैयार लीजिए. आटे को ज्यादा मसल - मसल कर चिकना नहीं करना है.( इतना आटा गूथने में 1/2 कप पानी लग जाता है). आटे को 15-20 मिनिट के लिए ढक कर स‌ैट होने के लिए रख दीजिए.
स्टफिंग बनाएं
स्टफिंग तैयार करने के लिए पैन में 2 टेबल स्पून तेल डालकर गरम कर लीजिए. तेल गरम होने पर धीमी आंच में हींग, जीरा पाउडर, धनिया पाउडर, स‌ौंफ पाउडर डालकर हल्का स‌ा भून लीजिए. (मसालों को धीमी आंच पर भूनिये, ताकि मसाले जले नहीं).
भूने हुए मसाले में पीसी हुई दाल, नमक, लाल मिर्च पाउडर, अदरक पाउडर, अमचूर पाउडर, गरम मसाला और थोड़ा स‌ा बेकिंग स‌ोडा डाल दीजिए. दाल को लगातार चलाते हुए, अच्छी महक और पूरी तरह स‌ूखने तक भून लीजिए. कलछी को पैन के तले पर चलाते हुए भून लीजिए ताकि दाल पैन के तले पर न लगे.
स्टफिंग भुन कर गोल्डन ब्राउन होकर तैयार है. इस‌े प्याले में निकाल कर ठंडा होने के लिए रख दीजिए.
20 मिनिट बाद आटा स‌ैट होकर तैयार है. आटे को थोड़ा स‌ा और ठीक कर लीजिए. आटे स‌े छोटी-छोटी लोईयां तोड़कर तैयार कर लीजिए. कचौरी का आकार आप थोड़ा बड़ा, छोटा या अपनी पस‌ंद के अनुसार बना स‌कते हैं. एक लोई को हाथ पर रख लीजिए और बाकी की लोई को ढक दीजिए. लोई को दोनों हाथों की उंगलियों स‌े प्याली का आकार दे दीजिए.
लोई के ऊपर 1 चम्मच स्टफिंग रख दीजिए. इसके बाद आटे को चारों ओर उठाते हुए स्टफिंग को बंद कर दीजिए. लोई को दूसरे हाथ स‌े दबाते हुए बढ़ा कर पतला कर लीजिए. कचौरी को प्लेट में रख लीजिए. इसी तरह स‌ारी कचौरियों को बनाकर प्लेट में रख लीजिए.
कढ़ाई में तेल डालकर धीमा - मीडियम गरम कर लीजिए. गरम तेल में कचौरियों को तलने के लिए डाल दीजिए. एक बार में जितनी कचौरियां कढ़ाई में आ जाय, उतनी कचौरियां डाल दीजिए. कचौरियों को एक तरफ स‌े स‌िकने पर दूसरी तरफ स‌े पलट दीजिए. कचौरियों को चारों ओर से गोल्डन ब्राउन होने तक तल कर तैयार कर लीजिए.
तली हुई कचौरी को कलछी की मदद स‌े कढ़ाई के ऊपर रोक कर रख लीजिए ताकि अतिरिक्त तेल कचौरी स‌े निकल कर कढ़ाई में वापस चला जाय. कचौरी को प्लेट में निकाल कर रख लीजिए. बची हुई कचौरी को इसी तरह तल कर तैयार कर लीजिए. (एक बार की कचौरी तलने में 12-14 मिनिट लग जाते हैं). उड़द दाल की खस्ता कचौरियां बनकर तैयार हैं.
गरमा गरम खस्ता कचौरी को हरे धनिया की चटनी, टमाटर की चटनी या अपनी मनपसंद चटनी के स‌ाथ परोसिये और इसके स्वाद का मजा लीजिए. कचौरियों को आप 1 सप्ताह तक खाने के लिए उपयोग कर सकते हैं.
स‌ुझाव
आटे को गूथते स‌मय देशी घी या डालडा घी डाल कर आटा को गूंथ सकते हैं.
आटा को ज्यादा मसल-मसल कर चिकना नहीं गूंथना हैं, इसे स‌िर्फ गूंथ कर बाइंड कर लीजिए.

Sunday 1 January 2017

रबडी़ खीर - Rabri Kheer recipes - How to make rabri kheer

दूध में दरदरा पिसा चावल मिलाकर पकाया और फिर रबड़ी मिलादी इस तरह बनाई हुई खीर स्वाद में एकदम अलग होती है, इसे किसी भी स्पेशल अवसर या किसी भी पार्टी में बनाया जा सकता है.

Read in english http://swadistbhojanbnaye.blogspot.in/p/rabri-kheer-recipes-how-to-make-rabri.html


आवश्यक सामग्री - Ingredients for Rabri Kheer recipe

  • रबडी़ - 250 ग्राम
  • चावल - ¼ कप (50 ग्राम)
  • चीनी - ½ कप (100 गाम) और स्वादानुसार
  • इलायची पाउडर - ½ छोटी चम्मच
  • किशमिश - 1 टेबल स्पून
  • बादाम - 10-12
  • काजू - 10-12
  • दूध - 1 लीटर

विधि - How to make Shahi rabri kheer

चावलों को अच्छे से साफ करके धोकर पानी में ½ घंटे के लिए भिगो कर रख दीजिए इसके बाद पानी हटाकर चावलों को दरदरा पीस लीजिए
दूध को भगोने में डाल कर उबालने के लिए रख दीजिए. दूध में उबाल आने पर भीगे पिसे चावल डाल दीजिए, और अच्छी तरह चलाते हुये मिला दीजिये और अब दूध को हर 1-2 मिनिट में चलाते रहें और गैस की आंच को मीडियम ही रखें.
काजू और बादाम को बारीक टुकड़ों में काट कर तैयार कर लीजिए. जब चावल पक जाएं, दूध और चावल मिल कर एक हो जाय तब कटे हुये काजू, बादाम और किशमिश खीर में डाल दीजिये.
चावल और मेवे सभी मुलायम हो गये हैं और खीर गाढ़ी हो गई है. गैस बंद कर दीजिए अब खीर में चीनी डाल दीजिये और इलाइची मिला दीजिये और खीर को 2-3 मिनिट के लिए ढककर रख दीजिए ताकि चीनी घुल जाए, ढक्कन खोलिये और खीर को अच्छी तरह चला दीजिये, खीर को थोड़ा ठंडा होने के बाद, इसमें रबडी़ डाल कर मिला दीजिए.
खीर बनकर तैयार है, प्याले में निकाल लिजिए और बारीक कटे हुए काजू बादाम से सजाएं और सर्व कीजिए. रबड़ी खीर ठंडी और गरम दोंनों ही तरह की अच्छी लगती है. रबडी़ खीर को फ्रिज में रख कर के 3 दिनों तक खाया जा सकता है.
सुझाव:
दूध में चावल डालने के बाद खीर को थोड़ी थोड़ी देर में चलाते अवश्य रहें, दूध बरतन के तले में नहीं लगना चाहिये.
खीर में ड्राई फ्रूट अपनी पसन्द के अनुसार कम या अधिक लिये जा सकते हैं, जो ड्राई फ्रूट आपको पसन्द न हों उन्हैं छोड़ सकते हैं.
  • 4-6 सदस्यों के लिये
  • समय - 45 मिनिट

मिर्च का अचार - झटपट - Instant Green Chilli Pickle - Instant Mirchi Achar Recipe

कटी हुई हरी मिर्च को सौंफ, मेथी दाना ओर मसाले के साथ सिरका मिलाकर कर तुरत फुरत बनने वाला मिर्च का अचार सामान्य अचार जितना ही स्वादिष्ट लेकिन बनाने में बहुत आसान होता है.

आवश्यक सामग्री - Ingredients for Instant Mirchi Achar Recipe

  • हरी मिर्च- 100 ग्राम
  • सरसों का तेल- 4 से 5 छोटी चम्मच
  • सिरका- 4 छोटी चम्मच
  • सौंफ- 3 छोटी चम्मच
  • काली सरसों के दाने- 3 छोटी चम्मच
  • नमक- 1.5 छोटी चम्मच या स्वादानुसार
  • मेथी दाने- 1.5 छोटी चम्मच
  • जीरा- 1 छोटी चम्मच
  • हल्दी पाउडर-1 छोटी चम्मच
  • हींग पाउडर- ¼ छोटी चम्मच

विधि - How to make Instant Green Chilli Pickle

अचार बनाने के लिए सबसे पहले मिर्चों को अच्छे से धोकर इनका पानी सुखा लीजिए. फिर, एक मिर्च उठाइए और कैंची से डंठल हटाकर, इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लीजिए. इसी प्रकार एक-एक करके सभी मिर्चों को काटकर तैयार कर लीजिए.
साबुत मसाले भूनिए और पीसिए
साबुत मसाले भूनने के लिए गैस जलाकर पैन रख दीजिए. फिर, पैन में जीरा, मेथी दाने, सौंफ और काली सरसों के दाने डाल दीजिए. इन मसालों को बिल्कुल हल्का सा मध्यम आंच पर भून लीजिए. मसालों को सिर्फ नमी हटाने के लिए भूना जाना है, इसलिए इन्हें कलछी से चलाते हुए बस ½ मिनिट ही भून लीजिए.
इसके बाद, भुने हुए मसाले जार में डाल दीजिए और हल्का दरदरा पीस लीजिए. मसाले पिसकर तैयार है.
मिर्चों में मसाले मिलाइए
कटी हुई मिर्चों में 4 छोटी चम्मच सरसों का तेल और सफेद सिरका डाल दीजिए. साथ ही, इसमें पिसे हुए मसाले, नमक, हल्दी पाउडर और हींग पाउडर भी डाल दीजिए. सभी सामग्रियों को अच्छे से मिक्स कर लीजिए. अचार बनकर तैयार है.
हरी मिर्च का स्वादिष्ट अचार तैयार है, इसे तुरंत किसी भी भोजन के साथ सर्व कर सकते हैं, लेकिन 2 दिन के बाद अचार का स्वाद और भी बढ़ जाएगा. इस अचार को आप किसी भी कन्टेनर में भरकर रख लीजिए और पूरे 2 से 3 महीनों तक मज़े से खाइए.
सुझाव
  • मिर्चों को कैंची से काटा जाए, तो अच्छा रहता है. इससे मिर्च हाथों में नही लगती और आसानी से भी कट जाती है.
  • साबुत मसालों को भूनने की बजाय आप तेज धूप में भी सुखा सकते हैं.
  • अगर आपको तेल का तीखापन नापसंद हो, तो कढ़ाई में तेल डालकर अच्छे से गरम कर लीजिए और ठंडा होने के बाद मिर्चों में मिला दीजिए.
  • आप अचार बनाने के लिए किसी भी प्रकार के सिरके का इस्तेमाल कर सकते हैं.